राजगढ़ धाम योग शिविर का समापन, तीन हजार श्रद्धालुओं ने लिया नशा त्याग का संकल्प नुक्कड़ नाटक और योग प्रदर्शन ने दी जीवन शैली में सुधार की प्रेरणा
अजमेर, 22 जून। भैरव धाम राजगढ़ पर राजस्थान सरकार आयुर्वेद विभाग के तत्वावधान में चल रहे आठ दिवसीय योग शिविर का समापन भव्य रूप में किया गया। आयुष्मान भारत के 30 दिवसीय काउंटडाउन कार्यक्रम के अंतर्गत 15 जून से आयोजित इस शिविर का समापन धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज के सान्निध्य में विधिवत सम्पन्न हुआ।

प्रभारी चिकित्साधिकारी दिनेश कुमार मीणा, योग प्रशिक्षक गौतम शर्मा, नंदराम जाट, रतनलाल सेन और एकता रावत ने हजारों श्रद्धालुओं को योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास करवाया। राष्ट्रीय योग अभ्यासिका तमन्ना टांक ने शास्त्रीय संगीत की धुनों पर योग कलाओं की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को प्रभावित किया और योग को जीवन का हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी। धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि समापन अवसर पर सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, सुषमा व्यायाम एवं अन्य प्राणायाम करवा कर शिविर का समापन किया गया।
योग के साथ-साथ नशा मुक्ति अभियान भी शिविर का प्रमुख हिस्सा रहा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अजमेर के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक जयप्रकाश चरण के नेतृत्व में देवेंद्र सरोई, चंद्रसेन मीणा, आकाश चौधरी, प्रकाश यादव और आकाश पवार उपस्थित रहे। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अपना थिएटर संस्थान ने नशा मुक्ति पर प्रभावी प्रस्तुति दी। कलाकार जुम्मा खान, सुधीर सैनी, शब्बीर, सलमान और मनोज की टीम ने जीवंत अभिनय के माध्यम से श्रद्धालुओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया।

कार्यक्रम के दौरान लगभग बीस हजार श्रद्धालुओं की भीड़ में से तीन हजार से अधिक लोगों ने नशा त्यागने की शपथ ली। मंदिर प्रबंधन की ओर से राहुल सेन ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
धाम के मंच से चम्पालाल महाराज ने आशीर्वचन देते हुए कहा, "नशा तन को तोड़ता है, मन को मरोड़ता है, यह नशा नहीं, विनाश है।" उन्होंने समाज से नशा उन्मूलन का आह्वान करते हुए सत्संग, सेवा और संयम को सच्चे विकास का मार्ग बताया।

कार्यक्रम के सफल आयोजन में व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन, रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, ताराचन्द सेन, कैलाश सेन, विष्णु सेन, कपिल सेन, यश, वेदान्श, मुकेश सेन, मिलन, भव्य, यवराज, वैभव, मिताली, वंशिका, प्रकाश रांका, सुनील रांका, पदमचंद, कन्हैयालाल, देवानन्द, राजू चावड़ा, विजेन्द्र सिंह और सुनील मेहता की विशेष भूमिका रही।
Latest News


Mon-07-Jul - न्यायमूर्ति कृष्ण अय्यर का मानवाधिकारों के प्रति समर्पण अद्वितीय : प्रधान न्यायाधीश गवई


Sun-06-Jul - रूस में जनसंख्या संकट से निपटने की नई नीति, गर्भवती किशोरियों को मिल रहे नकद प्रोत्साहन


Sun-06-Jul - एलन मस्क ने बनाई 'अमेरिका पार्टी', ट्रंप के विधेयक का विरोध कर दिया नया राजनीतिक मोर्चा