पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कालीगंज में हुए बम विस्फोट मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस घटना में 13 वर्षीय लड़की तमन्ना खातून की मौत हो गई थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी को बृहस्पतिवार रात जिले के पलाशी से गिरफ्तार किया गया, जिससे अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या 10 हो गई है।
कालीगंज के मोलंडी गांव में 23 जून को उपचुनाव के परिणाम की घोषणा से पहले तृणमूल कांग्रेस की जीत का जश्न मनाया जा रहा था। उसी दौरान कथित रूप से बम फेंके गए, जिसमें माकपा समर्थक की बेटी तमन्ना अपने घर के आंगन में बैठी थी और एक बम फटने से उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी में कुल 24 लोगों के नाम दर्ज हैं और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।
तमन्ना की मां सबीना बेगम ने पुलिस जांच से असंतोष जताते हुए कानूनी सलाह ली है। उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय के समीप वरिष्ठ अधिवक्ता विकास भट्टाचार्य से मुलाकात की। सबीना ने कहा, “मैं पुलिस जांच से खुश नहीं हूं, मैं अपनी बेटी के लिए न्याय चाहती हूं।” उन्होंने बताया कि 24 नामों के बावजूद अब तक केवल 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
राज्यसभा सांसद विकास भट्टाचार्य ने तमन्ना की मां को कानूनी सहायता का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “मैंने उन्हें कहा है कि वे डरें नहीं और अपनी बेटी के लिए लड़ें, हम पूरी कानूनी मदद देंगे।”
यह घटना राज्य में राजनीतिक हिंसा और जश्न के नाम पर हो रहे अपराधों की गंभीरता को उजागर करती है। अब सभी की निगाहें जांच की पारदर्शिता और न्याय की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों पर टिकी हैं।