मुखर्जी के विचार आज भी प्रासंगिक, भारत उनकी सोच का ऋणी: मुख्यमंत्री मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर अरेरा कॉलोनी स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुखर्जी एक सच्चे देशभक्त और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुखर समर्थक थे।
यादव ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी नेता थे, जिनके जीवन में राष्ट्र के प्रति गहरी प्रतिबद्धता, आत्म-बलिदान और जनसेवा झलकती थी। उनके नारे ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ ने भारत की एकता की मजबूत नींव रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक मजबूत, अधिक समावेशी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए मुखर्जी के विचार आज भी पूरी तरह प्रासंगिक हैं। राष्ट्रीय प्रगति के लिए उनके विचारों और मूल्यों को अपनाया जाना चाहिए। देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा।
इस समारोह में मंत्री विश्वास सारंग, खजुराहो के सांसद विष्णु दत्त शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा और भगवान दास सबनानी भी मौजूद रहे।
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