विकसित खेती के लिए विज्ञान जरूरी: केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने खेत में देखा नवाचार, रेवाड़ी दौरे में भागीरथ चौधरी ने किसानों से किया संवाद, यशपाल के फार्म पर ऑर्गेनिक खेती की सराहना
किशनगढ़/रेवाड़ी, 6 जून — केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी गुरुवार को हरियाणा के रेवाड़ी स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र बावल पहुँचे। यहाँ उन्होंने "विकसित कृषि संकल्प अभियान" के तहत किसानों से सीधा संवाद किया।
मंत्री ने पौधारोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की और किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों से खेती जोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “लैब से लैंड और बीज से बाजार” तक की कड़ी को मजबूत कर, खेती को सरल व समृद्ध बनाया जा सकता है।

इसके पश्चात चौधरी ने धारूहेड़ा के प्रगतिशील किसान यशपाल के खेत का दौरा किया, जहाँ उन्होंने जैविक सब्जियों और दलहनी फसलों का अवलोकन किया। यशपाल द्वारा की जा रही ऑर्गेनिक खेती और प्रदर्शनी को सराहते हुए चौधरी ने कहा कि इस तरह के किसान दूसरों के लिए प्रेरणा हैं।
मंत्री ने किसानों को कम रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग की सलाह दी। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि अधिक दवा खाने से शरीर को जैसे नुकसान होता है, वैसे ही जमीन को जरूरत से ज़्यादा यूरिया और पेस्टीसाइड से नुकसान होता है।
अरावली किसान क्लब कल्याण समिति के सदस्यों सहित उपस्थित किसानों से मंत्री ने खेती से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान किसानों ने अपनी समस्याएं और सुझाव भी साझा किए, जिन पर मंत्री ने समाधान का भरोसा दिलाया।

चौधरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से पहले किसान केवल राजनीतिक छल का शिकार थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसानों के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए — चाहे वह किसान सम्मान निधि हो या फसलों पर एमएसपी में वृद्धि।
उन्होंने दोहराया कि विकसित भारत का सपना समृद्ध किसान और उन्नत खेती के बिना अधूरा है, और इस दिशा में केंद्र सरकार संकल्पबद्ध है।

Latest News


Tue-14-Oct - हरियाणा: आईपीएस अधिकारी वाई पूरण कुमार मामले में डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजा


Fri-10-Oct - ट्रंप की प्रशंसा पर जयराम रमेश का पीएम मोदी पर तंज, कहा—‘निराधार दावों का अर्धशतक पूरा’


Wed-08-Oct - पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा बुखार और संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर