नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 1 और 2 अक्टूबर 2025 को कच्छ के भुज सैन्य स्टेशन और लक्की नाला सैन्य चौकी में आयोजित होने वाले बहु-एजेंसी क्षमता अभ्यास और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेंगे। दक्षिणी कमान मुख्यालय के तत्वावधान में आयोजित इस अभ्यास में भारतीय सेना, वायु सेना, नौसेना, तटरक्षक बल और सीमा सुरक्षा बल के कर्मियों के बीच महत्वपूर्ण अंतर-सेवा समन्वय का प्रदर्शन होगा।
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि इस कार्यक्रम की शोभा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बढ़ाएंगे। सेना मुख्यालय के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी, दक्षिणी कमान मुख्यालय के अधिकारी और वायु सेना, नौसेना, तटरक्षक बल तथा बीएसएफ के कर्मी भी इसमें भाग लेंगे।
इससे पहले दिन में राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में आयोजित त्रि-सेवा संगोष्ठी को संबोधित करते हुए साइबर हमलों, सूचना युद्ध और उभरती सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए भारतीय सेना में अधिक एकीकरण और मानकीकृत प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अलग-थलग रहकर काम करना निर्णय लेने में बड़ी चुनौती पेश कर सकता है, जबकि एक एकीकृत प्रणाली सेना के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे सशस्त्र बलों ने वर्षों के अनुभव से ऑडिट प्रणालियाँ विकसित की हैं और आज के एकीकृत अभियानों के युग में यह महत्वपूर्ण है कि ये प्रणालियाँ आपस में निर्बाध रूप से जुड़ी रहें। उन्होंने आश्वासन दिया कि रक्षा मंत्रालय इस प्रणाली के विकास में हर संभव सहायता प्रदान करेगा।