भारत में घटिया खांसी सिरप पर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी, बच्चों की मौत के बाद सतर्कता बढ़ाई गई
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत में पाए गए ‘‘खराब गुणवत्ता’’ वाले खांसी के तीन सिरप — कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश टीआर और रीलाइफ — के खिलाफ चेतावनी जारी की है। संगठन ने विश्वभर के राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरणों से कहा है कि यदि ये सिरप उनके देश में पाए जाएं, तो तुरंत डब्ल्यूएचओ को इसकी सूचना दें। साथ ही स्वास्थ्य पेशेवरों को सलाह दी गई है कि वे इन दवाओं के प्रतिकूल प्रभाव की सूचना अपने राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरणों या ‘नेशनल फार्माकोविजिलेंस सेंटर’ को दें।
यह चेतावनी उस समय जारी की गई जब मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ सिरप पीने के बाद कम से कम 22 बच्चों की किडनी खराब होने से मौत हो चुकी है, जबकि राजस्थान में भी तीन बच्चों की मौत इसी तरह हुई है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इन घटिया उत्पादों से प्रभावित देशों और क्षेत्रों में आपूर्ति शृंखला पर निगरानी बढ़ाई जाए और अनौपचारिक बाजार की जांच की जाए।
भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने डब्ल्यूएचओ को सूचित किया कि आठ अक्टूबर को तीन ओरल दवाओं में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल नामक जहरीले तत्व की मौजूदगी पाई गई। सीडीएससीओ ने बताया कि मृतक बच्चों ने इन्हीं दवाओं का सेवन किया था। इसके बाद संबंधित राज्य सरकारों ने निर्माण इकाइयों में उत्पादन रोकने और उत्पाद की अनुमति निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही दवाओं की वापसी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दूषित सिरप का निर्माण श्रीसन फार्मास्युटिकल्स, रेडनेक्स फार्मास्युटिकल्स और शेप फार्मा ने किया था। सीडीएससीओ ने बताया कि भारत से किसी भी दूषित दवा का निर्यात नहीं किया गया है और अवैध निर्यात का कोई सबूत नहीं मिला है।
डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि दिसंबर 2024 के बाद इन्हीं निर्माण इकाइयों में तैयार उत्पादों की जांच की जाए। संगठन ने कहा कि ये दवाएं ‘‘खराब गुणवत्ता वाली’’ हैं और इनका सेवन जीवन के लिए खतरा बन सकता है। डाइएथिलीन ग्लाइकॉल अत्यधिक विषैला होता है और इसकी थोड़ी मात्रा भी घातक साबित हो सकती है। इसके सेवन से पेट दर्द, उल्टी, दस्त, सिरदर्द, मानसिक भ्रम और किडनी फेल होने जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
डब्ल्यूएचओ ने जनता को चेताया कि यदि किसी के पास ये सिरप मौजूद हों तो उनका उपयोग न करें। अगर किसी ने इनका सेवन किया है और कोई दुष्प्रभाव महसूस हो, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें या विष नियंत्रण केंद्र से संपर्क करें।
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