देशभर में आज विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं ने अपने संदेशों में सत्य, न्याय और सद्भाव के मार्ग पर चलने तथा आंतरिक बुराइयों का त्याग करने की प्रेरणा दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को विजयादशमी की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "विजयादशमी के पावन अवसर पर, मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देती हूँ।" उन्होंने इसे अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह पर्व हमें सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। राष्ट्रपति ने जोर दिया कि यह उत्सव हमें क्रोध और अहंकार जैसी नकारात्मक प्रवृत्तियों को त्यागकर साहस और दृढ़ संकल्प जैसी सकारात्मक प्रवृत्तियों को अपनाने का संदेश देता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी विजयादशमी के अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह दिन उस शाश्वत सत्य का प्रतीक है कि अच्छाई और पुण्य हमेशा बुराई और छल पर भारी पड़ते हैं। प्रधानमंत्री ने कामना की कि यह पर्व लोगों को जीवन में साहस, ज्ञान और भक्ति को मार्गदर्शक शक्तियों के रूप में अपनाने की प्रेरणा दे।
दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, नवरात्रि और दुर्गा पूजा का अंतिम दिन है। यह भगवान राम की रावण पर विजय और देवी दुर्गा की महिषासुर पर विजय की स्मृति में मनाया जाता है। देशभर में रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले दहन की परंपरा व्यापक रूप से निभाई जाती है। यह पर्व लोगों को लोभ, अभिमान और ईर्ष्या जैसी आंतरिक बुराइयों से ऊपर उठकर सत्य, सदाचार और धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश देता है