रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को गुजरात के भुज सैन्य अड्डे पहुंचे, जहाँ वे आगामी दशहरा पर्व पर भारतीय सेना के जवानों के साथ विजयादशमी मनाएँगे। इस अवसर पर वे शस्त्र पूजा भी करेंगे। भुज वायु सेना स्टेशन पर उनका स्वागत थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने किया। विजयादशमी का यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और देशभर में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है।
रक्षा मंत्री का यह दौरा सैनिकों का मनोबल बढ़ाने और त्योहार के संदेश को साझा करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। दशहरा भगवान राम की रावण पर विजय का स्मरण कराता है और यह अहंकार व बुराई पर सत्य और धर्म की जीत का प्रतीक है।
इससे पहले दिन में, राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) के 278वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वित्तीय लचीलापन, संसाधनों के अनुकूलन और परिचालन तत्परता सुनिश्चित करने में डीएडी की भूमिका की सराहना की। सिंह ने इसे भारत के सशस्त्र बलों की "मौन लेकिन महत्वपूर्ण" रीढ़ बताया।
उन्होंने कहा कि जहाँ पूरी दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों की वीरता और साहस को देखा, वहीं डीएडी की भूमिका ने संसाधनों के कुशल उपयोग, वित्तीय प्रबंधन और युद्ध की तैयारी सुनिश्चित की। रक्षा मंत्री ने डीएडी को ऐसी संस्था बताया जो वित्तीय विवेक और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के साथ-साथ सेवाओं को समय पर संसाधन उपलब्ध कराकर परिचालन तत्परता को मजबूत करती है।