किश्तवाड़ में बादल फटने से तबाही, 60 की मौत, 75 लापता
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से आई अचानक बाढ़ ने मचैल माता यात्रा के दौरान खौफनाक मंजर पैदा कर दिया। चिशोती गांव में हुई इस त्रासदी के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें श्रद्धालुओं की चीख-पुकार और जान बचाने के लिए भागते लोगों की अफरातफरी साफ दिखाई दे रही है। तेज बहाव ने देखते ही देखते घरों और गाड़ियों को बहा दिया।
एक वायरल वीडियो में श्रद्धालु चीखते-चिल्लाते और जान बचाने की कोशिश करते नजर आते हैं, जबकि पानी का तेज बहाव कच्चे-पक्के ढांचे और वाहनों को बहा ले जाता है। एक अन्य क्लोज-अप वीडियो में बाढ़ की भयावहता और भी स्पष्ट है, जिसमें तेज धार घरों को उखाड़ते और बड़े-बड़े पेड़ों को जड़ से उखाड़ते हुए दिख रही है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस त्रासदी में अब तक कम से कम 60 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पीटीआई की रिपोर्ट में 75 लोगों के लापता होने की पुष्टि की गई है, जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि सैकड़ों लोग अब भी मलबे और पत्थरों के नीचे दबे हो सकते हैं। मृतकों में CISF के दो जवान और स्थानीय पुलिस का एक विशेष पुलिस अधिकारी (SPO) भी शामिल हैं।
वीडियो में दिखाई गई तबाही के बाद बचाव अभियान युद्ध स्तर पर जारी है। अब तक टीमों ने मलबे से 167 लोगों को निकाला है, जिनमें से 38 की हालत गंभीर बताई जा रही है