प्रशांत किशोर का बयान वायरल, मोदी-आडवाणी और योगी की तुलना पर उठी सियासी गर्मी
बिहार चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने की कोशिशें तेज़ कर दी हैं। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर भी पूरे बिहार में प्रचार कर रहे हैं। इसी बीच उनका एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे लालकृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तुलना करते दिखाई दे रहे हैं।
वीडियो में प्रशांत किशोर कहते हैं कि अगर यहाँ बैठे आप सभी से आडवाणी और मोदी में से किसी एक को चुनने के लिए कहा जाए, तो आप आडवाणी को चुनेंगे। आडवाणी चाहे कितने भी खतरनाक क्यों न हों, मोदी उससे भी ज़्यादा खतरनाक हैं। उन्होंने आगे कहा कि दस साल बाद जब मैं आपसे मिलूँगा, तब मैं पूछूँगा कि योगी और मोदी में कौन बेहतर है और आप कहेंगे कि मोदी तो फिर भी बर्दाश्त करने लायक थे, लेकिन योगी असहनीय है।
जन सुराज के संस्थापक ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश को दक्षिणपंथी बनाने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि संघ धीरे-धीरे केंद्रीय विचारधारा को दक्षिणपंथ की ओर मोड़ रहा है—यह मुसलमानों के लिए नहीं, बल्कि हिंदुओं के लिए है।
प्रशांत किशोर ने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि वे भाजपा नेतृत्व के विकास को समझाने की कोशिश कर रहे थे। उनके अनुसार, पहले अटल बिहारी वाजपेयी नरम हिंदुत्व के प्रतीक माने जाते थे और लालकृष्ण आडवाणी को कट्टर। आज अगर आडवाणी और मोदी की तुलना की जाए तो जो लोग आडवाणी को कट्टर मानते थे, वे अब उन्हें मोदी की तुलना में नरम पाएंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा का नेतृत्व धीरे-धीरे और कट्टर होता जाएगा। आरएसएस ने पहले वाजपेयी को आगे रखा, फिर आडवाणी को, उसके बाद मोदी को और अब संघ योगी को आगे लाने की योजना बना रहा है।