मोदी-पुतिन की मुलाकात: SCO शिखर सम्मेलन में गर्मजोशी, बढ़ते अमेरिकी दबाव के बीच अहम संदेश
तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को एक गर्मजोशी भरा पल साझा किया। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और एक-दूसरे को गले लगाया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “राष्ट्रपति पुतिन से मिलना हमेशा खुशी की बात होती है।” उन्होंने आगे कहा कि तियानजिन में राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत जारी है।
पूर्ण सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी को विश्व नेताओं से बातचीत करते हुए भी देखा गया। प्रधानमंत्री मोदी आज SCO शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय चर्चा भी करेंगे। तियानजिन में आयोजित इस सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के नेताओं ने भाग लिया है, जो वैश्विक भू-राजनीति पर इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी, जिसे भारत-चीन संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है। 25वें SCO शिखर सम्मेलन की औपचारिक शुरुआत रविवार रात शी जिनपिंग द्वारा आयोजित भोज से हुई, जिसमें उनकी पत्नी पेंग लियुआन भी मौजूद रहीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ़ के बीच प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात को महत्वपूर्ण संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। ट्रंप प्रशासन का कहना है कि भारत द्वारा रूस से तेल आयात जारी रखना अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध को समर्थन देता है। ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो ने कहा कि रूस को भारत से मिलने वाला तेल राजस्व युद्ध के वित्तपोषण में प्रयोग हो रहा है।
भारत ने इन आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा है कि उसकी ऊर्जा खरीद बाजार की स्थिति और राष्ट्रीय हित पर आधारित है। भारतीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि तेल खरीद मूल्य निर्धारण, आपूर्ति स्थिरता और व्यापक भू-राजनीतिक कारकों को ध्यान में रखकर की जाती है।