भारी बारिश से कश्मीर में हालात बिगड़े, श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
कश्मीर घाटी में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों और अन्य जलस्त्रोतों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि घाटी में कई स्थानों पर भूस्खलन, पत्थर गिरने और जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है।
खराब मौसम और बाढ़ की स्थिति के कारण कश्मीर संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल तथा कॉलेज बुधवार को बंद रहे। संभागीय आयुक्त ने छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए यह आदेश जारी किया। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 10 और 11 की परीक्षाएँ स्थगित कर दीं, जबकि जम्मू विश्वविद्यालय ने सभी कक्षाएँ दिनभर के लिए स्थगित कर दीं।
हालांकि झेलम नदी और उसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, लेकिन श्रीनगर सहित दक्षिण और मध्य कश्मीर में मंगलवार से शुरू हुई बारिश के बाद से जलस्तर में करीब तीन फुट की वृद्धि दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और बारिश का अनुमान जताया है।
मौसम विज्ञानियों ने अगले 16 घंटों में जम्मू, कठुआ, रियासी, डोडा, उधमपुर, राजौरी, रामबन और पीर पंजाल पर्वतमाला के कुछ हिस्सों तथा दक्षिण कश्मीर में भारी बारिश, बादल फटने, भूस्खलन और जलभराव की आशंका जताई है। रामबन के बटोटे में सबसे ज्यादा 55.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि भद्रवाह, कटरा और जम्मू में भी अच्छी खासी बारिश हुई।
विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार की अप्रभावी प्रतिक्रिया की आलोचना की और राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए केंद्रीय और स्थानीय एजेंसियों की सराहना की। इस बीच, 200 परिवारों के पुनर्वास, एफसीआई के माध्यम से मुफ्त राशन और प्रभावित किसानों के लिए सहायता की मांग उठी है, जिससे राहत प्रयासों की तात्कालिकता और बढ़ गई है।