Trending News

प्रधानमंत्री मोदी करेंगे बाढ़ प्रभावित राज्यों का दौरा, उत्तर भारत में तबाही जारी

:: Editor - Omprakash Najwani :: 06-Sep-2025
:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही बाढ़ प्रभावित राज्यों का दौरा कर हालात का जायजा लेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उत्तर भारत के कई राज्य भारी बारिश और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं, जिससे सड़कों, संपत्तियों और कृषि को भारी नुकसान पहुँचा है और जनहानि भी हुई है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार मोदी इन क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का आकलन करेंगे। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब कई राज्य सरकारों ने संकट से निपटने के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता की मांग की है।

हिमाचल प्रदेश में सबसे ज़्यादा तबाही
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के मुताबिक 20 जून से अब तक 355 मौतों के साथ हिमाचल प्रदेश सबसे ज़्यादा प्रभावित है। मूसलाधार बारिश ने भूस्खलन, इमारतों के ढहने और बुनियादी ढाँचे के बह जाने जैसी तबाही मचाई है, जिससे यह राज्य वर्षों में सबसे विनाशकारी मानसून से जूझ रहा है।

पंजाब में नदियों का उफान और हाई अलर्ट
ब्यास, सतलुज, रावी और घग्गर नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। भाखड़ा, पौंग और रंजीत सागर बांधों से पानी छोड़े जाने से संकट और बढ़ गया है। 23 जिलों के 1,650 गाँव जलमग्न हो गए हैं, 1.75 लाख एकड़ से अधिक कृषि भूमि और धान की फ़सलें नष्ट हो गई हैं। गुरदासपुर सबसे प्रभावित जिला है जहाँ 1.45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पंजाब में 37 लोगों की मौत हुई है और तीन लोग लापता हैं। राज्य सरकार ने 7 सितंबर तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए हैं। सेना, वायु सेना, बीएसएफ और एनडीआरएफ बचाव कार्य में लगे हैं।

गुजरात और राजस्थान की स्थिति
गुजरात में पंचमहल, दाहोद और महिसागर में भारी बारिश से कडाना बांध से 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वडोदरा में जलभराव और बिजली गुल की स्थिति रही। राजस्थान में ऑरेंज अलर्ट जारी है। अजमेर के बोराज बांध की दीवार गिरने से बाढ़ आई है। जयपुर सहित 35 जिलों में हालात बिगड़े हैं। राज्य में 193 मौतें हो चुकी हैं। सवाई माधोपुर में अमरूद के 40% बाग नष्ट हुए हैं, जबकि बीकानेर और हनुमानगढ़ में व्यापक तबाही दर्ज की गई है।

जम्मू-कश्मीर में राहत और आकलन
गृह मंत्रालय की टीम ने बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का आकलन किया। गृह मंत्री अमित शाह ने अधिकारियों को डेटा एनालिटिक्स और एआई आधारित पूर्व चेतावनी प्रणाली विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मंगू चक गाँव का दौरा किया और तवी पुल सहित क्षतिग्रस्त ढाँचों का निरीक्षण किया।

राहत कार्य जारी
पूरे उत्तरी क्षेत्र में अब तक 5,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। एनडीआरएफ की 17 टीमें, सेना की 23 टुकड़ियां और वायुसेना के हेलीकॉप्टर लगातार राहत-बचाव कार्यों में जुटे हैं। आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों में पंजाब और पड़ोसी राज्यों में बारिश में कमी आ सकती है।


( Connecting with social media platform )
Facebook | Youtube   |
( पर फ़ॉलो भी कर सकते है )

Latest News