बलात्कार मामलों में दोषी आसाराम की अंतरिम ज़मानत तीसरी बार बढ़ी, हालत गंभीर
गुजरात उच्च न्यायालय ने 7 अगस्त को सूरत बलात्कार मामले में दोषी आसाराम की अस्थायी ज़मानत 21 अगस्त तक बढ़ा दी। आसाराम ने चिकित्सा आधार पर ज़मानत बढ़ाने का अनुरोध किया था और अस्पताल व डॉक्टर के प्रमाण पत्र अदालत में पेश किए थे। सरकारी वकील ने इन प्रमाण पत्रों की जाँच के लिए समय माँगा था।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी 8 अगस्त को आसाराम की अपील पर सुनवाई करते हुए उनकी अंतरिम ज़मानत 29 अगस्त तक बढ़ा दी। अदालत ने कहा कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और वह अभी इलाज की स्थिति में हैं।
गुजरात और राजस्थान में बलात्कार के दोषी और आजीवन कारावास की सजा काट रहे 86 वर्षीय आसाराम को हाल ही में मेडिकल जांच के लिए सिविल अस्पताल लाया गया था। इससे पहले उन्हें इंदौर के जुपिटर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
आसाराम की ओर से वकील निशांत बोराडा ने अदालत में नवीनतम मेडिकल रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनका 'ट्रोपोनिन स्तर' बहुत ज़्यादा है और यह चिंता का विषय है। इलाज कर रहे डॉक्टर के अनुसार, आसाराम की हालत गंभीर है।
इससे पहले 27 जून को उच्च न्यायालय ने उनकी ज़मानत 7 जुलाई तक बढ़ाई थी और फिर 3 जुलाई को एक महीने के लिए बढ़ा दी थी। अब 7 अगस्त को ज़मानत तीसरी बार बढ़ाई गई है। इस मामले की आगे की सुनवाई 21 अगस्त को होगी।