उत्तर भारत में भारी बारिश का कहर, पंजाब-हिमाचल-उत्तराखंड में रेड अलर्ट
उत्तर भारत के कई राज्य मानसून की मार झेल रहे हैं और पिछले कई दिनों से लगातार बारिश और बाढ़ से जूझ रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। पंजाब के पहाड़ी जलग्रहण क्षेत्रों में और अधिक बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है, जिससे निचले इलाकों में गंभीर जलभराव हो सकता है।
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अगले 24-48 घंटे बेहद अहम होंगे और जिन लोगों के घर बारिश से प्रभावित हुए हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मौसम की स्थिति और राहत कार्यों पर लगातार नज़र रखी जा रही है। नानक सागर बांध पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जो फिलहाल खतरे के निशान से पांच फीट नीचे बह रहा है।
हिमाचल प्रदेश में भी प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है। चंबा और शिमला में हालात गंभीर बने हुए हैं। चंबा में लोकप्रिय मणिमहेश यात्रा के दौरान 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिसके बाद खराब मौसम के चलते यात्रा पर रोक लगा दी गई। इस कारण 15,000 से अधिक श्रद्धालु फंसे हुए हैं। लगातार बारिश और आपदाओं से राज्य में अब तक 300 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। सोमवार को यह संख्या और बढ़ गई जब चंबा में 16 और शिमला में भूस्खलन के चलते एक घर दबने से तीन लोगों की मौत हो गई।
राज्य में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 819 सड़कें, 1,236 बिजली ट्रांसफार्मर और 424 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। एएनआई के अनुसार, चंबा में 253, मंडी में 206, कुल्लू में 175 और कांगड़ा में 61 सड़कें बाधित हुई हैं। ऊना, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर सहित कई जिलों में तीन दिनों तक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी है। राहत और बचाव दलों के लिए आने वाले दिन और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।