आरएसएस प्रार्थना गाकर सदन में घिरे शिवकुमार, भाजपा ने कसा तंज
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार गुरुवार को विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रार्थना गाकर विवादों में आ गए। शिवकुमार द्वारा ‘नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे’ गाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस पर भाजपा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शिवकुमार के इस कदम से राहुल गांधी और गांधी परिवार के करीबी सहयोगी “आईसीयू और कोमा में पहुंच गए हैं।”
भाजपा नेता प्रदीप भंडारी ने ‘X’ पर पोस्ट कर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले से आरएसएस के योगदान का जिक्र करने के बाद अब कांग्रेस नेता भी आरएसएस की तारीफ़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कोई भी नेता राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेता। भाजपा विधायक वी. सुनील कुमार ने टिप्पणी की कि उम्मीद है ये पंक्तियां सदन के रिकॉर्ड से नहीं हटाई जाएंगी। विपक्ष के नेता आर. अशोक ने शिवकुमार को याद दिलाया कि उन्होंने पहले खुद कहा था कि वे ‘आरएसएस की चड्डी’ पहनते हैं।
यह विवाद उस समय उठा जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास आईपीएल में आरसीबी की जीत के बाद जश्न में मची भगदड़ पर सदन में चर्चा हो रही थी। इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि शिवकुमार आरसीबी खिलाड़ियों को लेने हवाई अड्डे गए थे और पूरे रास्ते कन्नड़ झंडा लहराते रहे।
जवाब में शिवकुमार ने कहा कि वह कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के सदस्य हैं और बतौर बेंगलुरु प्रभारी मंत्री 4 जून को हवाई अड्डे और स्टेडियम गए थे। उन्होंने झंडा थामा, आरसीबी को शुभकामनाएं दीं और कप को चूमा। शिवकुमार ने कहा कि दुर्घटना हुई और ऐसी घटनाएं दूसरे राज्यों में भी हुई हैं।
उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी भाजपा में शामिल होने की कोई योजना नहीं है और वह “जन्म से लेकर जीवनपर्यंत कांग्रेसी” हैं। विपक्ष की आपत्तियों के बीच शिवकुमार ने मुस्कराते हुए आरएसएस की प्रार्थना गाना शुरू किया। इस पर विपक्ष ने मेजें थपथपाईं जबकि कांग्रेस खेमे में सन्नाटा छा गया। शिवकुमार ने कहा कि सरकार ने भगदड़ के बाद तुरंत कार्रवाई की और पुलिस अधिकारियों तथा रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ कदम उठाए।