वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन से 32 की मौत, बारिश से जम्मू-कश्मीर में तबाही
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर मंगलवार दोपहर भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि भारी और लगातार बारिश के कारण हुए इस हादसे में कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं। भूस्खलन के बाद कई तीर्थयात्री फंस गए और बचाव अभियान जारी है।
यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे हुआ, जब पहाड़ की ढलान ढहने से पत्थर और चट्टानें नीचे गिरने लगीं। इससे पहले हिमकोटि ट्रेक मार्ग पर यात्रा रोक दी गई थी, लेकिन पुराने मार्ग पर 1.30 बजे तक यात्रा जारी रही। हालात बिगड़ने पर अधिकारियों ने इसे अगले आदेश तक स्थगित कर दिया।
मंगलवार सुबह 11:30 से शाम 5:30 बजे तक जम्मू में छह घंटों में 22 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश और भूस्खलन से मार्ग खंडहर में बदल गया है और मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। इससे पहले दोपहर में मंदिर मार्ग पर एक और भूस्खलन हुआ था, जिसमें नौ लोगों की मौत और 21 घायल हुए थे।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर लिखा कि संचार व्यवस्था बुरी तरह बाधित है। उन्होंने कहा कि न तो फिक्स्ड लाइन इंटरनेट है और न ही मोबाइल नेटवर्क, जिससे संकट और गहरा गया है। भारी बारिश से पुल, मोबाइल टावर और बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
लगातार बारिश से जम्मू और सांबा जिलों के 20 से 30 निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। प्रशासन ने अब तक 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, सेना और स्थानीय स्वयंसेवक राहत व बचाव कार्य में जुटे हैं। चिनूक और Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं।
दक्षिण कश्मीर में झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने पर बाढ़ की चेतावनी दी गई है। जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल 27 अगस्त तक बंद कर दिए गए हैं और बोर्ड परीक्षाएँ भी स्थगित कर दी गई हैं।
खराब मौसम से लेह हवाई अड्डे पर कई उड़ानें रद्द हुईं। दिल्ली हवाई अड्डे ने यात्रियों को एयरलाइंस से उड़ान स्थिति जांचने की सलाह दी है। उत्तर रेलवे ने जम्मू और कटरा से जुड़ी 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में पठानकोट और कंदरोरी के बीच ट्रेन सेवाएँ भी बाधित हुई हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बादलों की ऊँचाई 12 किलोमीटर तक पहुँच रही है और तूफानी प्रणाली पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रही है, जिससे पहाड़ी और तलहटी क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।