राजग उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को मिला समर्थन, उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन आज
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को मंगलवार को सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों की बैठक में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और शीर्ष नेता मौजूद रहे। राधाकृष्णन बुधवार को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे।
भाजपा नेतृत्व वाले राजग के पास संसद के दोनों सदनों में निर्वाचक मंडल का स्पष्ट बहुमत है, जिससे राधाकृष्णन की जीत तय मानी जा रही है। हालांकि, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के उम्मीदवार उतारने की संभावना जताई जा रही है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष सहित सभी दलों से अपील की है कि वे राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का सर्वसम्मति से समर्थन करें। रिजिजू ने कहा, “राधाकृष्णन ने सादगी, ईमानदारी और जनसेवा का जीवन जिया है। उनके जीवन में कोई विवाद नहीं है, कोई भ्रष्टाचार नहीं है, कोई दाग नहीं है। यदि ऐसा व्यक्ति देश का उपराष्ट्रपति बनता है तो यह देश के लिए खुशी की बात होगी।”
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 4 मई 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ। वे 1973 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए और बाद में जनता पार्टी होते हुए भारतीय जनता पार्टी में आए। 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद उनकी राजनीतिक पहचान मजबूत हुई।
राधाकृष्णन 2004 से 2007 तक भाजपा के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष रहे और राज्यव्यापी यात्रा करते हुए सामाजिक सुधार, नदी-जोड़ो और आतंकवाद-विरोधी अभियानों को आगे बढ़ाया। वे केरल भाजपा प्रभारी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और अखिल भारतीय कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष पद पर भी रहे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और ताइवान जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया।
राधाकृष्णन 2023 में झारखंड के राज्यपाल बने और 2024 में महाराष्ट्र के राज्यपाल का पदभार संभाला। उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ निभाईं। लोकसभा चुनावों में कुछ हार का सामना करने के बावजूद संगठनात्मक कौशल और दक्षिण भारत में योगदान के कारण पार्टी में उनकी पकड़ मजबूत बनी रही।