पाकिस्तान में मानसूनी कहर से 200 से ज्यादा मौतें, 100 बच्चे भी शामिल, मकान ढहने और बाढ़ ने मचाई तबाही
पाकिस्तान में इस साल की मानसून बारिश ने भीषण तबाही मचाई है। जून के आखिरी सप्ताह में मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 100 बच्चे शामिल हैं। यह जानकारी जियो टीवी ने शनिवार, 19 जुलाई 2025 को पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के हवाले से दी है।
जियो टीवी के अनुसार, सबसे ज्यादा मौतें पंजाब में हुई हैं, जहां 123 लोगों की जान गई। खैबर पख्तूनख्वा में 40, सिंध में 21, बलूचिस्तान में 16, इस्लामाबाद में 1 और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी 1 व्यक्ति की मौत हुई। मौतों के कारण अलग-अलग रहे, लेकिन बताया गया कि मकान ढहने से कम से कम 118 लोगों की मौत हुई, जबकि अचानक आई बाढ़ में 30 लोगों ने जान गंवाई। इसके अलावा डूबने, बिजली गिरने और भूस्खलन की घटनाओं ने भी कई जिंदगियां लील लीं।
बारिश के चलते 560 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें 182 बच्चे शामिल हैं। रावलपिंडी में आई अचानक बाढ़ ने कई घरों, सड़कों और बाजारों को जलमग्न कर दिया। जल स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया, और कुछ इलाकों में तो पानी छतों तक पहुंच गया, जिससे लोगों को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा।
फैसलाबाद में भी भारी तबाही देखने को मिली है। यहां केवल दो दिनों की घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए। अधिकांश मौतें मकान ढहने के कारण हुईं। चकवाल में भारी बारिश के चलते कम से कम 32 सड़कें बह गईं।
यूएन न्यूज की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में तबाही अभी थमी नहीं है। खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित बाल्टिस्तान के इलाकों में ग्लेशियर झीलों के फटने से बाढ़ की आशंका जताई गई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।
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