झारखंड सरकार द्वारा अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस्ड हेल्थ क्लीनिक करने के फैसले पर सियासत तेज हो गई है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बहुत ही गलत और निंदनीय काम किया है। दुबे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के क्रियाकलापों से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री फिर से जेल जाने की तैयारी कर रही हैं।
निशिकांत दुबे ने कहा कि मदर टेरेसा से कोई दिक्कत नहीं है, वह विदेशी थीं। लेकिन इस राज्य का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। अगर मदर टेरेसा के नाम पर कुछ करना है तो अलग से करें, किसी का नाम मिटाकर दूसरे का नाम रखने से मदर टेरेसा की आत्मा को भी शांति नहीं मिलेगी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए धर्मांतरण और ध्रुवीकरण का खेल खेला है। अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर चल रहे अस्पताल का नाम विदेशी मदर टेरेसा के नाम पर कर दिया गया। यह बांग्लादेशी को देश का वोटर बनाने की मानसिकता का पर्दाफाश करता है।
राज्य में करीब 140 अटल मोहल्ला क्लीनिक सक्रिय हैं जो मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराते हैं। ये क्लीनिक पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की अगुवाई में अगस्त 2019 में शुरू किए गए थे ताकि शहरी मलिन बस्तियों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को दूर किया जा सके। अब झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार ने इनका नाम बदल दिया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस निर्णय को मंजूरी दी गई। कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने बताया कि अब यह योजना मदर टेरेसा एडवांस्ड हेल्थ क्लीनिक के नाम से जानी जाएगी।
भाजपा प्रवक्ता अजय शाह ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी झारखंड राज्य के निर्माता थे। उनका नाम हटाना केवल भारत रत्न का नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।