उपराष्ट्रपति पद से सोमवार रात अचानक इस्तीफा देने वाले जगदीप धनखड़ के इस कदम से सियासी हलचल तेज हो गई है। इस्तीफे का कारण ‘स्वास्थ्य’ बताया गया है, लेकिन इसके पीछे किसी और वजह की अटकलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों मंत्रालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि धनखड़ अब सरकारी बंगले के हकदार हैं। पिछले साल अप्रैल में वह संसद भवन परिसर के पास चर्च रोड स्थित नवनिर्मित उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में स्थानांतरित हुए थे, जिसका निर्माण सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत किया गया था। लगभग 15 महीने बाद अब उन्हें यह परिसर छोड़ना होगा। अधिकारी ने बताया कि उन्हें लुटियंस दिल्ली या किसी अन्य क्षेत्र में टाइप आठ का बंगला देने की पेशकश की जाएगी, जो आमतौर पर वरिष्ठ मंत्रियों या राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों को आवंटित होता है।
धनखड़ (74) के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस ने कहा है कि इसके पीछे कोई गहरे कारण हो सकते हैं। वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो सामान्य राजनीतिक परंपरा से हटकर है। इसके विपरीत विपक्ष की ओर से धनखड़ के प्रति सकारात्मक शब्द सामने आए हैं, जबकि पिछले वर्ष उन्होंने ही कथित पक्षपात के आरोपों को लेकर धनखड़ के खिलाफ पद से हटाने का नोटिस दिया था।
धनखड़ के इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनके जवाब फिलहाल प्रतीक्षा में हैं।