मतदाता सूची विवाद पर अभिषेक बनर्जी का चुनाव आयोग व केंद्र पर हमला
कोलकाता, 12 अगस्त। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए कहा कि अगर मतदाता सूची में त्रुटियाँ हैं, तो पूरी लोकसभा और केंद्र सरकार को भंग कर देना चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के चुनाव के लिए इसी सूची का इस्तेमाल किया गया था।
पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि कल दिल्ली में लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसदों, जिनमें कई महिला सांसद भी शामिल थीं, के साथ दिल्ली पुलिस ने जिस तरह का व्यवहार किया, उससे साफ है कि चुनाव आयोग डरा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग के पास उनके सवालों का कोई जवाब नहीं है। बनर्जी ने गुजरात और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों में एक ही मतदाता पहचान पत्र संख्या वाले मतदाताओं के उदाहरण दिए और पूछा कि अलग-अलग मतदान केंद्रों पर एक ही नाम वाले मतदाता कैसे हैं।
बनर्जी ने कहा कि अगर चुनाव आयोग मानता है कि मतदाता सूची में त्रुटि है, तो इसी सूची के आधार पर प्रधानमंत्री, भाजपा के 240 सांसद, गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और रक्षा मंत्री चुने गए हैं। ऐसे में यदि अनियमितता है, तो सबसे पहला कदम लोकसभा को भंग करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसआईआर अगर होना है, तो यह पूरे देश में होना चाहिए, केवल बंगाल में नहीं।
इससे पहले, मानसून सत्र के सत्रहवें दिन कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मुद्दे पर संसद में विरोध प्रदर्शन में इंडिया ब्लॉक के अन्य सदस्यों के साथ शामिल हुए। कई विपक्षी सांसद '124 नॉट आउट' नारे लिखी सफेद टी-शर्ट पहनकर पहुंचे।
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