लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के भाषणों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने राजनाथ सिंह के भाषण को भारत के सुरक्षा तंत्र और सशस्त्र बलों के साहस का प्रतीक बताया और जयशंकर के वक्तव्य को आतंकवाद के खिलाफ भारत के वैश्विक रुख की स्पष्ट प्रस्तुति बताया।
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को दोटूक चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई दुस्साहस हुआ तो हमले फिर शुरू होंगे। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को तीनों सेनाओं के समन्वय का बेमिसाल उदाहरण बताया और इसे किसी दबाव में रोके जाने की बात को ‘‘निराधार’’ कहा।
एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिका से किसी स्तर पर व्यापार से संबंधित कोई बातचीत नहीं हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा डोनाल्ड ट्रंप के बीच 22 अप्रैल से 17 जून तक कोई संवाद नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए दोनों मंत्रियों के भाषणों को उत्कृष्ट बताया और कहा कि इससे भारत के संकल्प, रणनीतिक स्पष्टता और साहस का संदेश पूरी दुनिया तक गया।
इस बीच जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव के तहत सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड सुलेमान शाह समेत तीन आतंकियों को मार गिराया। यह कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के क्रम में एक और अहम उपलब्धि मानी जा रही है।