संसद के मानसून सत्र में लगातार तीसरे दिन भी कामकाज ठप रहा। विपक्ष ने बुधवार को बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन SIR (Special Intensive Revision) के मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन किया, जिससे दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही।
सरकार ने विपक्ष की एक प्रमुख मांग मानते हुए ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तृत चर्चा की सहमति दे दी है। बताया गया है कि लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर 16-16 घंटे की बहस होगी। ऑपरेशन सिंदूर, भारत द्वारा पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक है। माना जा रहा है कि यह बहस सदन के भीतर जोरदार तेवर में होगी।
उधर, मानसून सत्र के पहले ही दिन उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे चुके जगदीप धनखड़ के अचानक लिए गए इस फैसले पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। विपक्ष का कहना है कि यह बड़ा निर्णय अचानक क्यों लिया गया, इस पर सरकार को सफाई देनी चाहिए।
सरकार की ओर से इस सत्र में कुल 16 विधेयकों को पेश किए जाने की योजना है। इनमें मर्चेंट शिपिंग बिल, इंडियन पोर्ट्स बिल 2025, तटीय नौवहन विधेयक, नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल, नेशनल एंटी-डोपिंग संशोधन बिल, मणिपुर GST बिल, IIM संशोधन बिल और टैक्सेशन संशोधन बिल शामिल हैं।
दत्तात्रेय को बताया "अजातशत्रु", रेवंत रेड्डी ने उपराष्ट्रपति बनाने की मांग दोहराई
दिल्ली दौरे पर आए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि बंडारू दत्तात्रेय उप राष्ट्रपति पद के लिए आदर्श उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि पिछले महीने हैदराबाद में दत्तात्रेय की आत्मकथा के विमोचन के दौरान उन्हें “अजातशत्रु” कहा था।
रेड्डी ने कहा कि अगला उपराष्ट्रपति तेलंगाना से होना चाहिए। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद एम. वेंकैया नायडू को राष्ट्रपति पद पर क्यों नहीं प्रमोट किया गया। रेड्डी ने एनडीए पर आरोप लगाया कि उसने दक्षिण भारत, विशेषकर तेलंगाना के ओबीसी नेताओं को धीरे-धीरे खत्म किया है।
रेड्डी ने दावा किया कि जब दत्तात्रेय केंद्रीय मंत्री थे, तब उनसे यह पद छीनकर जी. किशन रेड्डी को दे दिया गया। बाद में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से बंदी संजय कुमार को हटाकर ब्राह्मण नेता एन. रामचंदर राव को यह जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने कहा कि अब एनडीए को अपनी गलती सुधारनी चाहिए और दत्तात्रेय को उपराष्ट्रपति बनाना चाहिए।
कौन हैं बंडारू दत्तात्रेय?
बंडारू दत्तात्रेय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं और बाद में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। 2017 में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। इसके बाद 2019 में उन्हें हिमाचल प्रदेश और 2021 में हरियाणा का राज्यपाल बनाया गया।